साक्षरता पूरे विश्व के
लिए सबसे महत्वपूर्ण है। शिक्षा के महत्व और समाज में इसकी साक्षरता और शिक्षा की
भूमिका को दर्शाने के लिए हर साल 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस (International Literacy Day) मनाती है।
ये दिन हमें व्यक्तिगत
विकास, सामाजिक विकास और
प्रगति के महत्व को स्मरण करवाता है। साक्षरता का आसान भाषा में अर्थ 'पढ़ने लिखने की
क्षमता' से है। माना जाता
है कि विकास के लिए शिक्षित होना आवश्यक है, जिन देशों में साक्षरता दर कम है उन देशों की प्रगति बहुत
अधिक धीमी होती है। वह आर्थिक रूप से विफलता का सामना कर रहे हैं। वहीं जिन देशों
में साक्षरता दर अच्छी होती है उनकी प्रगति होती है और विकास की दिशा में वह
निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं। इसलिए कहा जाता है कि किसी भी देश की प्रगति के लिए उस
देश के वासियों को शिक्षित होना आवश्यक है और ये दिवस लोगों में साक्षरता के महत्व
को लेकर जागरूकता पैदा करने का काम करता है।